लंगड़ा आम: (Langra Mango) नाम के पीछे की कहानी
भारत में आमों की कई किस्में हैं, लेकिन कुछ खास किस्में हैं जो अपनी अनोखी विशेषताओं के कारण सबसे अधिक प्रसिद्ध हैं। इनमें से एक है "लंगड़ा आम" (Langda aam)। यह आम अपने स्वाद, खुशबू और विशेष गुणों के लिए जाना जाता है, लेकिन इसके नाम के पीछे एक दिलचस्प कहानी भी है।
लंगड़ा आम का इतिहास (History of Langra Mango)
लंगड़ा आम (Langra aam) की उत्पत्ति उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में मानी जाती है। यहां के स्थानीय लोग इस आम की मिठास और खुशबू के दीवाने थे। लंगड़ा आम का नाम एक स्थानीय किंवदंती से जुड़ा हुआ है।
नाम के पीछे की किंवदंती
कहानी के अनुसार, वाराणसी में एक साधु रहते थे जिनके पैर में चोट लगी थी, और वे लंगड़ा कर चलते थे। उन्होंने अपने बगीचे में आम का एक पेड़ लगाया, जो आगे चलकर असाधारण रूप से स्वादिष्ट फलों का उत्पादन करने लगा। जब लोगों ने इस आम का स्वाद चखा, तो वे इसके दीवाने हो गए।
साधु के सम्मान में और उनकी विशेषता की वजह से, इस आम को "लंगड़ा आम" (Langra aam ) कहा जाने लगा। यह नाम धीरे-धीरे प्रचलित हो गया और आज भी इस आम को इसी नाम से जाना जाता है।
लंगड़ा आम की विशेषताएँ ( Characteristics of Langra Mango)
लंगड़ा आम अपनी विशेषताओं के कारण बहुत लोकप्रिय है। इसकी प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:
स्वाद: लंगड़ा आम का स्वाद अत्यंत मीठा और संतुलित होता है। इसमें हल्की सी खट्टास भी होती है, जो इसे अन्य आमों से अलग बनाती है।
खुशबू: इसकी खुशबू तीव्र और मनमोहक होती है, जो किसी भी आम प्रेमी को आकर्षित कर सकती है।
गूदा: लंगड़ा आम का गूदा गहरे पीले रंग का और बिना रेशों वाला होता है, जो खाने में बहुत मुलायम और रसदार होता है।
रंग: इसका बाहरी रंग हरे से पीले में बदलता है, लेकिन कई बार पकने के बाद भी इसका बाहरी रंग हरा ही रहता है।
आकार: यह आम आकार में अंडाकार और थोड़ा लंबा होता है।
उत्पादन और उपभोग (production and consumption)
लंगड़ा आम का उत्पादन मुख्यतः उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में होता है। आम की यह किस्म मई के अंत से जुलाई तक बाजार में उपलब्ध होती है। यह आम न केवल भारत में बल्कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भी अपनी जगह बना चुका है।
लंगड़ा आम का इस्तेमाल विभिन्न प्रकार की मिठाइयों, शेक, आइसक्रीम, और अचार में किया जाता है। इसका गूदा इतना स्वादिष्ट होता है कि इसे सीधे खाने का आनंद ही कुछ और है।
निष्कर्ष
लंगड़ा आम न केवल अपने अनोखे नाम के कारण बल्कि अपनी विशिष्टता और स्वाद के लिए भी मशहूर है। इसके नाम के पीछे छुपी कहानी इसे और भी दिलचस्प बनाती है। इस आम ने अपनी पहचान भारतीय संस्कृति और खानपान में गहरी बना ली है, और आने वाले समय में भी यह आम लोगों के दिलों पर राज करता रहेगा।
तो अगली बार जब आप लंगड़ा आम का स्वाद लें, तो इसके नाम की कहानी को याद करें और इस अद्भुत फल का पूरी तरह आनंद उठाएं।
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